9 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 9 सितंबर | कैप्टन विक्रम बत्रा | 9 September History in Hindi | Captain Vikram Batra Kaun The

 

  • 9 सितंबर 1974 को कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले में हुआ था।

  • कैप्टन विक्रम बत्रा ने कारगिल युद्ध में अद्भुत शौर्य और साहस का परिचय दिया था।

  • कैप्टन विक्रम बत्रा को सर्वोच्च वीरता सम्मान ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित किया गया था।

  • कारगिल युद्ध के दौरान कैप्टन बत्रा और उनके साथी सैनिकों ने ‘तोलोलिंग’ और ‘हम्प’ पर कब्ज़ा किया था।

  • इसके बाद इस टुकड़ी का अगला लक्ष्य था ‘पॉइंट 5140’।

  • कैप्टन बत्रा के नेतृत्व में भारत के वीर जवानों ने 19 जून को “पॉइंट 5140” को भी जीत लिया।

  • यहीं से कैप्टन विक्रम बत्रा ने रेडियो पर कमांडिंग ऑफिसर कर्नल Y K Joshi को संदेश दिया था– “ये दिल माँगे मोर”।

  • कारगिल युद्ध के दौरान ही जुलाई 1999 में कैप्टन बत्रा शहीद हो गए।

  • 2021 में आई हिंदी फिल्म “शेरशाह” कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक है।

8 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 8 सितंबर | अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस | सैन फ्रैंसिस्को शांति सम्मेलन | सैन फ्रैंसिस्को संधि | 8 September History

 

  • 8 सितंबर 1967 से दुनिया भर में “अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस” मनाने की शुरुआत हुई।

  • इसकी नींव 1965 में ईरान की राजधानी तेहरान में शिक्षा मंत्रियों के ‘विश्व सम्मेलन’ के दौरान रखी गई।

  • इस सम्मेलन में सदस्यों ने अज्ञानता को दूर करने पर जोर दिया ताकि दुनिया भर के लोगों को आजीविका तक पहुंच प्राप्त हो सके।

  • यूनेस्को ने 1966 में आज ही के दिन को “अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस” के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी।

  • भारतीय राष्ट्रीय सर्वेक्षण द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार 2022 में भारत की साक्षरता दर 77.7% रही।

  • यूनेस्को के अनुसार भारत वर्ष 2060 तक ‘सार्वभौमिक साक्षरता’ हासिल कर लेगा।

  • 8 सितंबर वर्ष 1951 में “सैन फ्रैंसिस्को शांति सम्मेलन” हुआ।

  • इस सम्मेलन में 48 देशों के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया में युद्ध स्मारक ‘ओपेरा हाउस’ में सैन फ्रैंसिस्को संधि पर हस्ताक्षर किए।

  • इस संधि ने जापान और कुछ मित्र राष्ट्रों के बीच शांति को औपचारिक रूप से स्थापित किया और जापानी संप्रभुता को मान्यता दी।

  • भले ही द्वितीय विश्व युद्ध हथियारों से लड़ना बंद हो गया था लेकिन इस संधि के बाद द्वितीय विश्व युद्ध का तकनीकी रूप से अंत हुआ।

  • इस संधि को जापान के साथ शांति की संधि भी कहा गया।

  • सैन फ्रैंसिस्को संधि अप्रैल 1952 से लागू हुई।

  • कानूनी रूप से अमेरिकी नेतृत्व वाले मित्र राष्ट्रों के कब्जे से जापान को आजादी मिली।

7 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 7 सितंबर | ब्राज़ील पर किसका शासन था | पनामा संधि क्या थी | बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना कब हुई

 

  • 7 सितंबर 1822 को ब्राज़ील पुर्तगाल से स्वतंत्र हुआ था।

  • ब्राज़ील दुनिया का 5वां सबसे बड़ा देश है।

  • 1808 में पुर्तगाली साम्राज्य ने समुद्र से सटे हुए शहर ‘रियो डी जनेरो’ को यहाँ की राजधानी बनाया।

  • पुर्तगाल में रियो डी जनेरो का अर्थ होता है– “जनवरी की नदी”।

  • स्वतंत्र होने के बाद 1960 तक रियो डी जनेरो ब्राज़ील की राजधानी रही। उसके बाद ‘ब्रासीलिया’ को राजधानी बनाया गया।

  • 7 सितंबर 1977 को अमेरिका और पनामा के बीच पनामा नहर को लेकर एक समझौता हुआ था। इसे “पनामा नहर की संधि” भी कहा जाता है।

  • पनामा नहर एक मानव निर्मित जलमार्ग है।

  • यह नहर प्रशांत महासागर को कैरिबियाई सागर से होते हुए अटलांटिक महासागर से जोड़ती है।

  • इस नहर पर वर्तमान में पनामा देश का नियंत्रण है।

  • 7 सितंबर को हुई इस संधि पर अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर और पनामा सरकार के प्रमुख ओमार तोरिओस ने हस्ताक्षर किये थे।

  • इसके साथ ही 1904 में हुआ वह पुराना समझौता रद्द हो गया जिसमें अमेरिका को नहर या उसके आसपास निर्माण करने की छूट थी।

  • वर्ष 1904 में पनामा नहर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था जो 1914 में पूरा हुआ।

  • इस जलमार्ग के निर्माण के बाद पहले वर्ष में लगभग 1000 से ज़्यादा जहाज़ यहाँ से होकर गुजरे।

  • 82 किमी लंबी पनामा नहर वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रमुख जलमार्गों में से एक है।

  • 7 सितंबर 1906 को “बैंक ऑफ इंडिया” की स्थापना हुई।

  • बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना मुंबई के व्यापारियों के एक समूह ने की थी।

  • बैंक ऑफ इंडिया की शुरुआत 50 लाख रुपये और 50 कर्मचारियों के साथ हुई थी।

  • जुलाई 1969 में 13 अन्य बैंकों के साथ इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया।

  • आज व्यावसायिक दृष्टि से “बैंक ऑफ इंडिया” राष्ट्रीयकृत बैंकों में प्रमुख स्थान रखता है।

  • बैंक ऑफ इंडिया की भारत में 5000 से अधिक शाखाएँ हैं।

6 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 6 सितंबर | मेजर धनसिंह थापा कौन थे | स्वाज़ीलैंड देश | 6 September History

 

  • 6 सितंबर 2018 को भारत में 150 साल से ज्यादा पुराने कानून में ऐतिहासिक संशोधन हुआ।

  • सर्वोच्च न्यायालय ने “समलैंगिक यौन संबंधों” को वैध करार दिया और धारा 377 को रद्द कर दिया था।

  • अपने फैसले में अदालत ने कहा कि “समलैंगिक यौन संबंध अब एक आपराधिक कृत्य नहीं हैं।”

  • इस फैसले ने अदालत के उस पुराने फैसले को पलट दिया जिसमें औपनिवेशिक युग के कानून को बरकरार रखा गया था।

  • 6 सितंबर 2005 को परमवीर चक्र विजेता मेजर धनसिंह थापा का निधन हुआ।

  • मेजर थापा भारत के उन 21 वीर सैनिकों में से एक हैं जिन्हें देश के सर्वोच्च वीरता सम्मान “परमवीर चक्र” से सम्मानित किया गया।

  • उन्हें यह सम्मान 1962 में चीन युद्ध के बाद मिला था।

  • मेजर थापा अगस्त 1949 में भारतीय सेना की 8वीं गोरखा राइफल्स में अधिकारी के रूप में शामिल हुए थे।

  • 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान मेजर थापा ने अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया था।

  • युद्ध के दौरान लद्दाख में मेजर थापा की पोस्ट चीनी हमले की चपेट में आ गई थी।

  • 6 सितंबर 1968 को स्वाज़ीलैंड ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हुआ।

  • स्वाज़ीलैंड पर ब्रिटेन ने वर्ष 1903 से शासन किया था।

  • स्वाज़ीलैंड का आधिकारिक नाम “किंगडम ऑफ इस्वातिनी” है।

  • इस्वातिनी का मतलब होता है ‘स्वाज़ियों की भूमि’।

  • स्वाज़ीलैंड दक्षिण अफ्रीका में स्थित है। यह अफ्रीका के सबसे छोटे देशों में से एक है।

  • स्वाज़ीलैंड के राजा मस्वाती तृतीय ने देश का नाम बदलकर “द किंगडम ऑफ इस्वातिनी” रखने की घोषणा की थी।

5 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 5 सितंबर | शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई | 5 सितंबर को शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है | हम 5 सितंबर को शिक्षक दिवस क्यों मनाते हैं | शिक्षक दिवस का उद्देश्य क्या है | ट्रंक कॉल डायलिंग प्रणाली की शुरुआत कब और कहाँ हुई | 5 September History

 

  • 5 सितंबर 1962 को भारत में पहली बार “शिक्षक दिवस” मनाया गया था।

  • इसी वर्ष यानी 1962 में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में पद संभाला।

  • उनके सम्मान में उनके छात्रों ने उनके जन्मदिन को “राधाकृष्णन दिवस” के रूप में मनाने की पहल की लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।

  • उन्होंने अपने जन्मदिन को “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाये जाने का प्रस्ताव रखा।

  • डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को मद्रास प्रेसिडेंसी यानी आज के आंध्र प्रदेश में हुआ था।

  • 5 सितंबर को शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों के सम्मान में अनेक प्रकार के आयोजन किये जाते हैं।

  • उन्होंने 1952 में भारत के उपराष्ट्रपति का पद भी संभाला।

  • वर्ष 1954 में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया।

  • 5 सितंबर 1959 को ब्रिटेन में पब्लिक कॉल बॉक्स से पहली बार ट्रंक कॉल डायलिंग प्रणाली की शुरुआत हुई।

  • ब्रिस्टल में डिप्टी लॉर्ड मेयर ने नम्बर डायल करके लंदन के लॉर्ड मेयर को फोन किया था।

  • ये प्रणाली STD (सब्सक्राइबर ट्रंक डायलिंग) तकनीक पर आधारित थी जिसमें फोन करने का शुल्क देना पड़ता था।

  • इससे पहले दिसंबर 1958 में ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय ने ब्रिस्टल से एडिनबर्ग फोन करके इसे लॉन्च किया था।

4 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 4 सितंबर | दादाभाई नौरोजी | 4 September History | Dadabhai Noroji

 

  • 4 सितंबर 1825 को दादाभाई नौरोजी का जन्म महाराष्ट्र के मुंबई (तत्कालीन बम्बई) में हुआ था।

  • 1892 में दादाभाई नौरोजी ब्रिटेन की संसद में चुने जाने वाले पहले अश्वेत और साथ ही पहले भारतीय व्यक्ति बने।

  • दादाभाई नौरोजी ब्रिटेन के “हाउस ऑफ कॉमन्स” में पहुँचने वाले एशिया के पहले व्यक्ति थे।

  • वे 1892-1895 तक हाउस ऑफ कॉमन्स के सदस्य रहे।

  • दादाभाई नौरोजी को “भारतीय राजनीति का पितामह” कहा जाता है।

  • दादाभाई नौरोजी जातिवाद और साम्राज्यवाद के विरोधी के तौर पर जाने जाते थे।

  • उन्होंने लड़कियों के लिए स्कूल भी खोला था जिसके कारण उन्हें रूढ़िवादी पुरुषों के विरोध का सामना करना पड़ा।

  • बाद में धीरे-धीरे नौरोजी ने भारत में महिला शिक्षा को लेकर लोगों की राय बदली।

  • दादाभाई नौरोजी की लिखी एक प्रमुख पुस्तक है– Poverty and Un-British Rule in India।

3 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 3 सितंबर | पेरिस की संधि | 3 September History | Paris Treaty

 

  • 3 सितंबर 1783 को पेरिस की संधि हुई।

  • अमेरिकी उपनिवेशों और ग्रेट ब्रिटेन के बीच हुई इस संधि ने अमेरिकी क्रांति को समाप्त कर दिया।

  • ग्रेट ब्रिटेन के किंग जॉर्ज तृतीय के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिनिधियों के साथ पेरिस में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

  • पेरिस में होने की वजह से इसे “पेरिस की संधि” नाम दिया गया।

  • इस संधि के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता मिली।

  • 1775-1783 तक स्वतंत्रता के लिए अमेरिकी युद्ध वास्तव में एक विश्व संघर्ष था जिसमें न केवल संयुक्त राज्य अमेरिका और ग्रेट ब्रिटेन बल्कि फ्रांस, स्पेन और नीदरलैंड भी शामिल थे।

  • अमेरिका की ओर से पेरिस की संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए 3 लोगों को भेजा गया था– बेंजामिन फ्रैंकलिन, जॉन जे और जॉन एडम्स।

9 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 9 सितंबर | कैप्टन विक्रम बत्रा | 9 September History in Hindi | Captain Vikram Batra Kaun The

  9 सितंबर 1974 को कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले में हुआ था। कैप्टन विक्रम बत्रा ने कारगिल युद्ध में अद्भुत शौर्...