24 दिसम्बर का इतिहास | भारत और विश्व में 24 दिसंबर का महत्व | राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस | 24 December in History | National Consumer Day

 

  • 24 दिसंबर 1814 को संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन के बीच "गेन्ट संधि" हुई।

  • यह एक शांति संधि थी जिसके द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन के बीच वर्ष 1812 से जारी युद्ध समाप्त हुआ।

  • दोनों पक्षों ने आज ही के दिन बेल्जियम के गेन्ट शहर में इस संधि पर हस्ताक्षर किए।

  • बाद में यह संधि ब्रिटिश संसद में पारित हुई और प्रिंस रीजेंट ने इस कानून पर हस्ताक्षर किए।

  • 24 दिसंबर वर्ष 2000 को भारत में पहली बार "राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस" मनाने की शुरुआत हुई।

  • उपभोक्ताओं को शोषण से बचाने के लिए 24 दिसंबर 1986 को "उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986" लागू किया गया।

  • उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने यह अधिनियम बनाया था।

  • 24 दिसंबर 2014 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई।

  • पंडित मदन मोहन मालवीय एक स्वतंत्रता सेनानी  होने के साथ-साथ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के मुख्य संस्थापकों में से एक थे।

  • अटल बिहारी वाजपेई जी को भारत के चुनिंदा करिश्माई नेताओं में से एक माना जाता है।

  • वाजपेई जी को हिंदी भाषा से गहरा लगाव था और उन्हें भारतीय होने पर गर्व था। उन्होंने 1977 में संयुक्त राष्ट्र संघ में अपना पहला भाषण हिंदी में दिया था।

  • यह पहली बार था जब संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत और हिंदी भाषा का मान बढ़ा था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

9 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 9 सितंबर | कैप्टन विक्रम बत्रा | 9 September History in Hindi | Captain Vikram Batra Kaun The

  9 सितंबर 1974 को कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले में हुआ था। कैप्टन विक्रम बत्रा ने कारगिल युद्ध में अद्भुत शौर्...