4 दिसंबर का इतिहास | भारतीय नौसेना दिवस | 4 December in History | Indian Navy Day

 

  • 4 दिसंबर 1971 से "भारतीय नौसेना दिवस" मनाया जाता है

  • नौसेना दिवस 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारतीय नौसेना की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।

  • पाकिस्तान ने 3 दिसंबर को भारत के हवाई क्षेत्रों में हमला किया था।

  • इस हमले का मुंहतोड़ जवाब भारत ने पाकिस्तान को दिया। इस युद्ध में भारतीय नौसेना ने 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' चलाया।

  • यह अभियान पाकिस्तानी नौसेना के कराची स्थित मुख्यालय को निशाने पर लेकर शुरू किया गया।

  • इस हमले में पाकिस्तान के कई जहाजों को नष्ट कर दिया गया। साथ ही पाकिस्तान के कई ऑयल टैंकर भी तबाह कर दिए गए।

  • भारत के बेड़े में शामिल जहाज थे— INS निपात, INS वीर, INS किल्टन और INS निर्घट।

  • भारत के युद्ध बेड़ों ने पाकिस्तान के PNS खैबर, एमवी वीनस चैलेंजर, PNS मुहाफिज और PNS शाहजहां को तबाह कर दिया।

  • पाकिस्तानी नौसेना के लगभग 250 सैनिक इस युद्ध में मारे गए थे।

  • 4 दिसंबर 1829 को ब्रिटिश सरकार ने भारत में सती प्रथा पर रोक लगाई थी।

  • इसी दिन उस समय के ब्रिटिश भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बैंटिक ने बंगाल सती विनियमन किया था।

  • इस कानून के अनुसार ब्रिटिश सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाले स्थानों पर सती प्रथा पर प्रतिबंध लगाया गया।

  • सती प्रथा का विरोध महान समाज सुधारक राजा राममोहन राय और अंग्रेज अधिकारी विलियम कैरी और विलियम सिलमन सहित कई लोगों ने किया था।

  • यह एक ऐसी कुप्रथा थी जिसमें पति की मृत्यु के बाद उसकी विधवा को भी चिता में जला दिया जाता था।

  • 4 दिसंबर 1996 को नासा ने "मार्स पाथफाइंडर" को प्रक्षेपित किया।

  • पाथफाइंडर एक अमेरिकी रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट है।

  • यह मानवरहित अंतरिक्ष यान है जिसे फ्लोरिडा के केप केनेवरल से छोड़ा गया। इसका मकसद मंगल ग्रह की सतह का पता लगाना था।

  • पाथफाइंडर ने सफलतापूर्वक वैज्ञानिक आँकड़े एकत्रित किये।

  • इसने मंगल के इतिहास में एक गर्म, घने वातावरण और बहुत अधिक पानी होने की पुष्टि की थी।

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