प्रतिवर्ष 10 दिसंबर को पूरे विश्व में "मानवाधिकार दिवस"(Human Rights Day) मनाया जाता है।
यह दिवस मनाने का उद्देश्य मानव अधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना है।
इसी दिन वर्ष 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा(UNGA) ने मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा(UDHR) को अपनाया था।
इस घोषणा में 30 लेख शामिल हैं जो लोगों के मूल अधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता के बुनियादी मूल्यों को स्थापित करते हैं।
मानव अधिकारों का अर्थ ऐसे अधिकारों से है जो जाति लिंग राष्ट्रीयता भाषा धर्म या किसी अन्य आधार पर बिना भेदभाव के सभी को प्रदान किए जाते हैं।
मानवाधिकारों के प्रचार और संरक्षण की जिम्मेदारी एक "मानवाधिकार परिषद" पर होती है जो संयुक्त राष्ट्र का एक अंतर-सरकारी निकाय है।
इस परिषद में संयुक्त राष्ट्र के 47 सदस्य देश शामिल हैं।
देश में भी राष्ट्रीय स्तर पर एक मानवाधिकार आयोग कार्य करता है जिसे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग(NHRC) कहते हैं।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग(National Human Rights Commission) का गठन मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम(PHRA) 1993 के प्रावधानों के तहत 12 अक्टूबर 1993 को किया गया था।
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