28 दिसंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 28 दिसंबर | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई | 28 December History in Hindi | Indian National Congress

 

  • 28 दिसंबर 1885 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई।

  • 72 समाज सुधारक, पत्रकार और वकील बॉम्बे यानी आज के मुंबई में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले सत्र के लिए इकट्ठे हुए।

  • कांग्रेस का पहला अधिवेशन पूना में 25 से 31 दिसंबर 1885 के बीच होना था। लेकिन पूना में हैजा फैलने के कारण यह अधिवेशन नहीं हो पाया।

  • अंततः आज ही के दिन वर्ष 1885 में दोपहर के समय गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय के भवन में कांग्रेस का यह अधिवेशन हुआ।

  • इस अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी।

  • 28 दिसंबर 2003 को अमेरिका में ब्रिटेन के कुछ विमानों में स्काई मार्शल(सुरक्षा गार्ड) तैनात करने का फैसला लिया गया।

  • अमेरिका में घोषित इस अलर्ट को देखते हुए ब्रिटेन के तत्कालीन गृह मंत्री और परिवहन मंत्री ने यह फैसला लिया।

  • स्काई मार्शल तैनात करने का कारण आतंकवादियों द्वारा फ्रांस के एक विमान का अपहरण कर उसका अमेरिका के किसी शहर पर हमला करने के लिए इस्तेमाल करना था।

  • ब्रिटेन के इस फैसले का वहां के एयरलाइन पायलट एसोसिएशन "बाल्पा" ने विरोध किया।

  • 28 दिसंबर 1977 को सुमित्रानंदन पंत का निधन हुआ। उनका वास्तविक नाम गोसाई दत्त था।

  • सुमित्रानंदन पंत हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है।

  • सुमित्रानंदन पंत का संपूर्ण साहित्य 'सत्यम शिवम सुंदरम' के आदर्शों से प्रभावित रहा।

  • उनकी कुछ मुख्य कृतियां हैं— ग्रंथि, गुंजन, ग्राम्या, युगांत, स्वर्णकिरण, स्वर्णधूलि, कला और बूढ़ा चाँद, लोकायतन, चिदम्बरा, सत्यकाम।

  • हिंदी साहित्य में उनके योगदान के लिए उन्हें 1961 में पद्म भूषण, 1968 में ज्ञानपीठ और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

9 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 9 सितंबर | कैप्टन विक्रम बत्रा | 9 September History in Hindi | Captain Vikram Batra Kaun The

  9 सितंबर 1974 को कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले में हुआ था। कैप्टन विक्रम बत्रा ने कारगिल युद्ध में अद्भुत शौर्...