26 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 26 अगस्त | टैनेनबर्ग का युद्ध | द्वितीय विश्वयुद्ध | एलेन्स्टीन | 26 August History

 

  • 26 अगस्त 1914 को प्रथम विश्व युद्ध के दौरान "टैनेनबर्ग का युद्ध" हुआ।

  • यह युद्ध जर्मन साम्राज्य में पूर्वी प्रशिया के पास एलेनस्टीन जगह पर हुआ था।

  • वर्तमान में यह क्षेत्र पोलैंड के अधिकार में है और अब इसे "ओल्स्ज़टीन" के नाम से जाना जाता है।

  • टैनेनबर्ग का युद्ध रूस और जर्मनी के बीच हुआ था।

  • इस युद्ध में रूस की हार हुई और रूसी सेना के कमांडिंग जनरल अलेक्जेंडर सैमसनोव की हत्या कर दी गई।

  • इस युद्ध में जर्मनी की सेना का नेतृत्व फील्ड मार्शल पॉल हिंडनबर्ग ने किया था।

  • इस युद्ध के बाद रूस प्रशिया से पीछे हट गया।

  • टैनेनबर्ग का युद्ध प्रशिया की लड़ाई के नाम से भी जाना जाता है।

  • इस युद्ध को "टैनेनबर्ग की दूसरी लड़ाई" भी कहा जाता है क्योंकि इस स्थान पर लगभग 500 साल पहले 1410 में "टैनेनबर्ग की पहली लड़ाई" हुई थी।

  • यह युद्ध 5 दिन तक चला और 30 अगस्त को समाप्त हुआ।

25 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 25 अगस्त | Voyager-2 | 25 August History | Aaj ka Itihas

 

  • 25 अगस्त 1944 को फ्रांस के सैनिक 4 साल तक हिटलर के कब्जे में रहने के बाद पेरिस पहुंचे।

  • पेरिस पहुंचे सैनिकों का गर्मजोशी से स्वागत हुआ। जर्मनी से लड़ने वाले फ्रांसीसी सैनिकों के साथ अमेरिका व अन्य मित्र राष्ट्रों के सैनिक भी थे।

  • 25 अगस्त 1989 को वोएजर-2 अंतरिक्ष यान नेप्चून यानी वरुण की कक्षा में पहुंचा।

  • इस यान को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने फ्लोरिडा के केप केनेवरल स्टेशन से लांच किया था।

  • इसके साथ ही वोएजर-2 अंतरिक्ष के आखिरी छोर तक पहुंचने वाला वोएजर-1 के बाद दूसरा मानव निर्मित उपकरण बना।

  • वोएजर-2 अंतरिक्ष यान मात्र 5 सालों के लिए बनाया गया था लेकिन यह आज भी वैज्ञानिकों के संपर्क में अंतरिक्ष की अंतहीन यात्रा कर रहा है।

24 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 24 अगस्त | शिवराम हरि राजगुरु | बीना दास | 24 August History

 

  • 24 अगस्त 1908 को महान क्रांतिकारी शिवराम हरि राजगुरु का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था।

  • राजगुरु सरदार भगत सिंह और सुखदेव के घनिष्ठ मित्र थे।

  • राजगुरु के जीवन पर बचपन से ही वीर शिवाजी और लोकमान्य तिलक के आदर्शों का प्रभाव था।

  • चन्द्रशेखर आज़ाद ने उन्हें अपनी क्रांतिकारी पार्टी "हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन" में शामिल किया।

  • दिसंबर 1928 में राजगुरु, भगत सिंह और चंद्रशेखर आज़ाद ने सांडर्स की हत्या करके लाला लाजपतराय के बलिदान का बदला लिया।

  • लाहौर षड्यंत्र के तहत अंग्रेज सरकार ने राजगुरू, भगत सिंह और सुखदेव को फांसी की सजा सुनाई।

  • 23 मार्च 1931 को राजगुरू, सुखदेव और भगत सिंह के साथ शहीद हो गए।

  • प्रतिवर्ष 23 मार्च को इन शाहीदों की याद में "शहीद दिवस" मनाया जाता है।

  • 24 अगस्त 1911 को बीना दास का जन्म ब्रिटिशकालीन बंगाल के कृष्णानगर में हुआ था। वे भारत की महिला क्रांतिकारी थीं।

  • बीना दास "पुण्याश्रम संस्था" से जुड़ी हुई थीं। यह संस्था निराश्रित महिलाओं को आश्रय प्रदान करती थी।

  • हालांकि इस संस्था का मुख्य उद्देश्य था– क्रांतिकारियों के लिए बम और हथियार बनाना और उनका संरक्षण करना।

  • बीना दास ने क्रांतिकारी संगठन "युगान्तर दल" के साथ भी सक्रिय रूप से काम किया।

  • एक समारोह में उन्होंने अंग्रेज गवर्नर स्टेनली जैक्सन पर गोली चलाई थी। इस घटना में जैक्सन बाल-बाल बच गया।

  • इस घटना के बाद बीना दास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

23 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 23 अगस्त | राजकुमार शुक्ल | आरती साहा: भारत की जलपरी | 23 August History

 

  • 23 अगस्त 1875 को राजकुमार शुक्ल का जन्म बिहार के चंपारण में हुआ। वह एक स्वतंत्रता सेनानी थे।

  • राजकुमार शुक्ल के प्रयासों से ही गांधी जी के नेतृत्व में चंपारण के किसानों को जबरदस्ती नील की खेती करने से हमेशा के लिए मुक्ति मिली थी।

  • इस घटना की वजह से ही गांधी जी को चंपारण लाने का श्रेय राजकुमार शुक्ल को जाता है।

  • गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह और अहिंसा के अपने आजमाए हुए अस्त्र का पहला प्रयोग भारत में चंपारण में ही किया था।

  • चंपारण का ऐतिहासिक किसान आंदोलन 1917 में हुआ था।

  • भारत सरकार ने राजकुमार शुक्ल पर दो स्मारक डाक टिकट भी जारी किए।

  • 23 अगस्त 1994 को आरती साहा का निधन हुआ। आरती साहा एक प्रसिद्ध तैराक थीं।

  • सितंबर 1959 में आरती साहा इंग्लिश चैनल पार करने वाली भारत ही नहीं बल्कि एशिया की भी पहली महिला बनीं।

  • आरती साहा को "भारत की जलपरी" के रूप में जाना जाता है।

  • आरती साहा ने मात्र 19 साल की उम्र में 16 घंटे 20 मिनट तैरकर इंग्लिश चैनल पार किया था और पूरी दुनिया को आश्चर्य में डाल दिया था।

  • भारत सरकार ने 1960 में आरती साहा को पद्मश्री से सम्मानित किया।

22 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 22 अगस्त | पहला जिनेवा सम्मेलन | रेडक्रॉस की स्थापना | 22 August History | Redcross

 

  • 22 अगस्त 1864 को स्विट्जरलैंड के जिनेवा शहर में 'पहला जिनेवा सम्मेलन' हुआ।

  • 19वीं सदी के मध्य से पहले दुनिया में युद्धबंदियों पर शत्रु देश की ओर से किए जाने वाले अमानवीय बर्ताव को रोकने के लिए कोई कानून नहीं था।

  • इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य था– मानवीय मूल्यों की रक्षा करने के लिए कानून बनाना।

  • इसकी शुरुआत रेडक्रॉस के संस्थापक हेनरी ड्यूनान्ट के प्रयासों से हुई।

  • 1859 में फ्रांस और ऑस्ट्रिया के बीच हुए सोलफेरिनो युद्ध में जब हेनरी ड्यूनान्ट ने युद्ध स्थल का दौरा किया तो वहां हुए भयानक रक्तपात को देखकर वह विचलित हो उठे।

  • इसके बाद उन्होंने रेडक्रॉस नामक संगठन की स्थापना की। इसके तहत युद्धबंदियों पर होने वाले अत्याचारों को रोकने के लिए आज के दिन पहले जिनेवा सम्मेलन का आयोजन किया गया।

  • जिनेवा सम्मेलन में चार प्रमुख संधियों और तीन प्रोटोकॉल्स का उल्लेख किया गया है।

  • इसमें युद्ध के दौरान घायल और बीमार सैनिकों को सुरक्षा प्रदान करना है।

  • इसमें चिकित्सा कर्मियों और चिकित्सा परिवहन की सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है।

  • इसमें "प्रिजनर ऑफ वॉर" के तहत युद्धबंदियों को युद्ध की समाप्ति के बाद बिना देरी के रिहा किया जायेगा।

  • संधि के मुताबिक किसी भी युद्धबंदी के साथ अमानवीय बर्ताव नहीं किया जाएगा।

  • जेनेवा कन्वेंशन को मानने वाले देशों की सदस्य संख्या 194 है।

21 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 21 अगस्त | वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 | 21 August History | Wildlife Protection Act 1972

 

  • 21 अगस्त 1972 को "वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972" लोकसभा में पारित हुआ।

  • यह अधिनियम इसी महीने 26 अगस्त 1972 को राज्यसभा में पारित हुआ था।

  • इस अधिनियम ने देश के विभिन्न वन्यजीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

  • वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 जंगली जानवरों और पौधों की विभिन्न प्रजातियों को संरक्षण प्रदान करता है।

  • साथ ही यह अधिनियम वन्यजीवों से बने उत्पादों के व्यापार के विनियमन और नियंत्रण के लिए एक कानूनी ढांचा प्रदान करता है।

  • इस कानून के बनने के बाद कई लुप्त प्रजातियों को संरक्षित करने में मदद मिली।

  • वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 9 सितंबर 1972 से लागू हुआ।

20 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 20 अगस्त | वोएजर-2 अंतरिक्ष यान | बी के एस अयंगर | 20 August History

 

  • 20 अगस्त 1977 को नासा ने वोएजर-2 अंतरिक्ष यान को लॉन्च किया।

  • इस यान को फ्लोरिडा के केप केनेवरल स्टेशन से लॉन्च किया गया।

  • वोएजर-2 सौरमंडल के आखिरी छोर तक पहुंचने वाला दूसरा मानव निर्मित उपकरण बना।

  • नासा के वोएजर-1 ने 2012 में यह कारनामा किया था।

  • वोएजर-2 को अंतरिक्ष में तारों के बीच की दुनिया के बारे में पता लगाने के लिए भेजा गया।

  • वोएजर-2 नासा का सबसे लंबा चलने वाला मिशन है।

  • यह एकमात्र अंतरिक्ष यान है जो सभी चार विशाल गैस ग्रहों की यात्रा कर चुका है।

  • 20 अगस्त 2014 को बी के एस अयंगर का निधन हुआ।

  • उनका पूरा नाम बेल्लूर कृष्णमचारी सुंदरराज अयंगर था।

  • उन्होंने पूरी दुनिया को योग के जरिए सेहत का पाठ पढ़ाया।

  • उनकी योग पद्धति "अयंगर योग" के नाम से प्रचलित हुई।

  • आधुनिक योग के जनक कहे जाने वाले तिरुमलाई कृष्णमाचार्य उनके गुरु थे।

  • 2004 में टाइम पत्रिका ने दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में उनका नाम शामिल किया।

  • साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार ने उन्हें 2002 में पद्म भूषण और 2014 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया।

19 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 19 अगस्त | सुंदर शास्त्री सत्यमूर्ति | आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी | 19 August History

 

  • 19 अगस्त 1887 को सुंदर शास्त्री सत्यमूर्ति का जन्म तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में हुआ। वे एस. सत्यमूर्ति के नाम से प्रसिद्ध थे।

  • एस सत्यमूर्ति भारत के क्रांतिकारी नेता थे। उन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया और कई बार जेल भी गए।

  • बंग-भंग के विरोध में चल रहे आंदोलन में उन्होंने सक्रिय रूप से भागीदारी निभाई।

  • एक समारोह में भारतीय ध्वज फहराने के प्रयास में उन्हें गिरफ्तार किया गया था।

  • 1987 में एस सत्यमूर्ति के जन्म शताब्दी के अवसर पर उनकी स्मृति में भारत सरकार ने एक डाक टिकट जारी किया।

  • 19 अगस्त 1907 को आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुआ।

  • वे आधुनिक काल के हिंदी निबंधकार, आलोचक और उपन्यासकार थे।

  • आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी को भक्तिकालीन साहित्य का भी अच्छा ज्ञान था।

  • सूर साहित्य, आलोक पर्व, अशोक के फूल और बाणभट्ट की आत्मकथा उनकी मुख्य रचनाएं हैं।

  • 1973 में "आलोक पर्व" निबंध संग्रह के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

  • 1957 में साहित्य में अतुलनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी को पद्म भूषण से सम्मानित किया।

18 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 18 अगस्त | पेशवा बाजीराव प्रथम | बाजीराव बल्लाल भट्ट | 18 August History | Aaj ka Itihaas 18 August

 

  • 18 अगस्त 1700 को श्रीमंत पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट का जन्म मराठा साम्राज्य यानी आज के महाराष्ट्र के नासिक में हुआ था।

  • वे पेशवा बाजीराव प्रथम और बाजीराव बल्लाल के नाम से प्रसिद्ध थे।

  • बाजीराव प्रथम मराठा साम्राज्य के महान सेनानायक थे। अपने शासनकाल में वे अजेय हिन्दू सेनानी सम्राट कहलाये।

  • बाजीराव प्रथम 1720 से 1740 तक मराठा साम्राज्य के चौथे छत्रपति शाहूजी महाराज के पेशवा रहे।

  • उनके पिता पेशवा बालाजी विश्वनाथ भी छत्रपति शाहूजी महाराज के पेशवा थे।

  • मराठा साम्राज्य में पेशवा का पद प्रधानमंत्री का पद होता था।

  • बाजीराव प्रथम को सभी महान पेशवाओं में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

  • उनके द्वारा लड़े गए युद्धों में साल 1728 में हुआ पालखेड़ का युद्ध ऐतिहासिक युद्ध था। यह युद्ध  बाजीराव और हैदराबाद के निज़ाम-उल-मुल्क आसफ जाह के बीच हुआ।

  • इस युद्ध में बाजीराव ने निज़ाम को हरा दिया था। इस युद्ध के बाद कई वर्षों तक किसी शासक ने पेशवाई की तरफ बुरी नजर से नहीं देखा।

17 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 17 अगस्त | पुलिन बिहारी दास | भारत सेवक संघ | इंडोनेशिया कब आज़ाद हुआ | इंडोनेशिया पर किसका शासन था | 17 August History

 

  • 17 अगस्त 1949 को पुलिन बिहारी दास का निधन हुआ।

  • वह भारत के महान स्वतंत्रता प्रेमी और क्रांतिकारी थे।

  • उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए "ढाका अनुशीलन समिति" नामक क्रांतिकारी संगठन की स्थापना की और अनेक क्रांतिकारी घटनाओं को अंजाम दिया।

  • पुलिन बिहारी दास उत्कृष्ट संगठनकर्त्ता थे। उनके प्रयासों से जल्दी ही समिति की 500 से ज्यादा शाखाएं हो गईं।

  • ब्रिटिश सरकार ने उनकी समिति को गैरकानूनी घोषित कर दिया। इसके बाद क्रांतिकारी गतिविधियों को संचालित करने के लिए उन्होंने 1920 में "भारत सेवक संघ" की स्थापना की।

  • कोलकाता विश्वविद्यालय उनके सम्मान में एक विशेष पदक "पुलिन बिहारी दास स्मृति पदक" प्रदान करता है।

  • 17 अगस्त 1945 को इंडोनेशिया स्वतंत्र हुआ।

  • 20वीं सदी की शुरुआत से ही इंडोनेशिया पर डच औपनिवेशिक शासन स्थापित हो गया।

  • बाद में इंडोनेशिया जापान के अधीन भी रहा।

  • इंडोनेशिया ने द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के आत्मसमर्पण से कुछ पहले ही अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की थी।

16 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 16 अगस्त | सुभद्रा कुमारी चौहान | अटल बिहारी वाजपेयी | रामकृष्ण परमहंस | 16 August History

 

  • 16 अगस्त 1886 को महान संत रामकृष्ण परमहंस का निधन हुआ।

  • वह भारत के एक महान संत, आध्यात्मिक गुरु और विचारक थे। उन्होंने सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया।

  • रामकृष्ण परमहंस के बचपन का नाम "गदाधर" था।

  • रामकृष्ण परमहंस मानवता के पुजारी थे। स्वामी विवेकानंद उनके विचारों से काफी प्रभावित थे और उन्हें अपना गुरु मानते थे।

  • 16 अगस्त 1904 को सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म इलाहाबाद (प्रयागराज) में हुआ।

  • वह एक स्वतंत्रता सेनानी, कवयित्री और कहानीकार थीं।

  • सुभद्रा कुमारी चौहान राष्ट्रीय चेतना की एक सजग कवयित्री रहीं।

  • वे स्वाधीनता संग्राम के दौरान कई बार जेल भी गईं और अपने जेल के अनुभवों को कहानी के रूप में व्यक्त किया।

  • सुभद्रा कुमारी चौहान की एक प्रसिद्ध राष्ट्रवादी कविता है– "खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी"।

  • 16 अगस्त 2018 को अटल बिहारी वाजपेई का निधन हुआ।

  • वे भारत के 10वें प्रधानमंत्री बने।

  • साल 1924 में जन्मे अटल बिहारी वाजपेई भारत के सर्वाधिक करिश्माई नेताओं में से एक थे।

  • उन्होंने विदेश मंत्री के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना भाषण हिंदी में दिया था। उनके भाषण के बाद UN का सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

  • अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती (25 दिसंबर) को हर साल "सुशासन दिवस" के रूप में मनाया जाता है।

15 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 15 अगस्त | 15 अगस्त को भारत के साथ और कौन से देश आजाद हुए | भारत का स्वतंत्रता दिवस | सरदार अजीत सिंह | सरदार अजीत सिंह कौन थे | 15 August History | Independence Day of India

 

  • 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली। यह वह सुनहरा दिन है जब भारत को ब्रिटिश शासन से लगभग 200 सालों के बाद आजादी मिली।

  • बिस्मिल्लाह खाँ ने शहनाई बजाकर आजादी की पहली सुबह का स्वागत किया था।

  • आज ही के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले के लाहौरी गेट पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया था।

  • 15 अगस्त को कुछ अन्य देश भी अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।

  • 15 अगस्त 1971 को बहरीन यूनाइटेड किंगडम से आजाद हुआ था।

  • 15 अगस्त 1960 को कांगो को फ्रांस से आजादी मिली थी।

  • 15 अगस्त 1945 को कोरिया जापान से स्वतंत्र हुआ था।

  • 15 अगस्त 1866 को दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक लिक्स्टनस्टाइन जर्मनी से आजाद हुआ था।

  • 15 अगस्त 1872 को अरबिंदो घोष का जन्म कोलकाता (कलकत्ता) में हुआ था।

  • अरबिंदो घोष भारत के महान क्रांतिकारी और एक योगी थे

  • अरविंदो घोष एक कवि और राष्ट्रवादी भारतीय थे। उन्होंने आध्यात्मिक विकास के माध्यम से सार्वभौमिक मोक्ष का दर्शन भारतीय समाज को दिया।

  • अरविंदो घोष ने संस्कृति, राष्ट्रवाद, राजनीति, समाजवाद और साहित्य विशेषकर काव्य के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया।

  • उनकी मुख्य साहित्य कृतियां हैं– एस्सेज़ ऑन गीता, द लाइफ डिवाइन।

  • 15 अगस्त 1947 को महान क्रांतिकारी सरदार अजीत सिंह का निधन हुआ।

  • अजीत सिंह शहीद भगत सिंह के चाचा थे।

  • भगत सिंह के क्रांतिकारी जीवन पर उनके चाचा सरदार अजीत सिंह का गहरा प्रभाव था।

  • 1907 में किसान कानूनों के खिलाफ चलाया गया "पगड़ी संभाल जट्टा" आंदोलन सरदार अजीत सिंह के नेतृत्व में हुआ था।

  • इस आंदोलन की वजह से अंग्रेज सरकार ने सरदार अजीत सिंह और लाला लाजपत राय को 6 महीने के लिए बर्मा की मांडले जेल में डाल दिया था।

  • अजीत सिंह ने दुनिया भर में घूम कर क्रांतिकारियों को संगठित किया था।

14 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 14 अगस्त | "डिकी बर्ड प्लान" जिसके तहत भारत का बँटवारा हुआ | 14 August History | India Partition

 

  • 14 अगस्त 1947 को भारत का विभाजन हुआ और पाकिस्तान के रूप में एक नया देश बना।

  • जून 1947 में तत्कालीन वायसराय माउंटबेटन ने भारत के दो हिस्से करके भारत और पाकिस्तान दो देश बनाने की घोषणा की थी।

  • इस बंटवारे ने लाखों लोगों को अपने ही देश में शरणार्थी बनने पर मजबूर कर दिया।

  • इतिहास में किसी राजनीतिक कारण से होने वाला यह सबसे बड़ा विस्थापन था।

  • बंटवारे के दौरान हुए दंगों में लाखों लोग मारे गए।

  • 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ लेकिन इस आजादी के साथ ही भारत का बंटवारा भी हुआ।

  • भारत की आजादी से एक दिन पहले पाकिस्तान के रूप में एक नया देश बना।

  • फरवरी 1947 में ब्रिटिश सरकार ने भारत को आजाद करने की घोषणा की और इसकी जिम्मेदारी लॉर्ड माउंटबेटन को सौंपी गई।

  • माउंटबेटन एक योजना लेकर आए जिसमें उन्होंने यह प्रस्ताव दिया कि प्रांतों को स्वतंत्र उत्तराधिकारी राज्य घोषित किया जाए और उन्हें संविधान सभा में शामिल होने या ना होने की आज़ादी प्रदान की जाए।

  • इस योजना को "डिकी बर्ड प्लान" कहा गया।

  • जुलाई 1947 में ब्रिटिश पार्लियामेंट ने इस योजना को पारित कर दिया।

13 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 13अगस्त | अहिल्याबाई होल्कर | भीकाजी रुस्तम कामा | 13 August History | Madam Kaama | Ahilyabai Holkar

 

  • 13 अगस्त 1795 को अहिल्याबाई होल्कर का निधन हुआ।

  • उन्हें सेवा, सादगी, सरलता और मातृभूमि की सच्ची सेविका के रूप में याद किया जाता है।

  • अहिल्याबाई इंदौर घराने की महारानी थीं। उन्होंने समाज की कई तरह की कुरीतियों और कुप्रथाओं को समाप्त किया।

  • अहिल्याबाई बचपन से ही शिव जी की भक्त थीं और हमेशा अपने पास एक शिवलिंग रखती थीं।

  • इंदौर में प्रतिवर्ष उनकी स्मृति में "अहिल्योत्सव" का आयोजन किया जाता है।

  • 13 अगस्त 1936 को भीकाजी रुस्तम कामा का निधन हुआ।

  • भीकाजी एक स्वतंत्रता सेनानी थीं और "मैडम कामा" के नाम से प्रसिद्ध थीं।

  • उन्होंने कई देशों का भ्रमण कर भारत की स्वतंत्रता के लिए काम किया।

  • भीकाजी को जर्मनी के स्टटगार्ट शहर में अगस्त 1907 में हुए सातवें अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस अधिवेशन में तिरंगा फहराने के लिए याद किया जाता है।

  • वे लंदन में रहते हुए दादा भाई नौरोजी की निजी सचिव भी रहीं।

  • भारत सरकार ने देश के प्रति भीकाजी रुस्तम कामा के समर्पण और योगदान के लिए उनके सम्मान में डाक टिकट भी जारी किया।

9 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 9 सितंबर | कैप्टन विक्रम बत्रा | 9 September History in Hindi | Captain Vikram Batra Kaun The

  9 सितंबर 1974 को कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले में हुआ था। कैप्टन विक्रम बत्रा ने कारगिल युद्ध में अद्भुत शौर्...