15 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 15 अगस्त | 15 अगस्त को भारत के साथ और कौन से देश आजाद हुए | भारत का स्वतंत्रता दिवस | सरदार अजीत सिंह | सरदार अजीत सिंह कौन थे | 15 August History | Independence Day of India

 

  • 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली। यह वह सुनहरा दिन है जब भारत को ब्रिटिश शासन से लगभग 200 सालों के बाद आजादी मिली।

  • बिस्मिल्लाह खाँ ने शहनाई बजाकर आजादी की पहली सुबह का स्वागत किया था।

  • आज ही के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले के लाहौरी गेट पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया था।

  • 15 अगस्त को कुछ अन्य देश भी अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।

  • 15 अगस्त 1971 को बहरीन यूनाइटेड किंगडम से आजाद हुआ था।

  • 15 अगस्त 1960 को कांगो को फ्रांस से आजादी मिली थी।

  • 15 अगस्त 1945 को कोरिया जापान से स्वतंत्र हुआ था।

  • 15 अगस्त 1866 को दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक लिक्स्टनस्टाइन जर्मनी से आजाद हुआ था।

  • 15 अगस्त 1872 को अरबिंदो घोष का जन्म कोलकाता (कलकत्ता) में हुआ था।

  • अरबिंदो घोष भारत के महान क्रांतिकारी और एक योगी थे

  • अरविंदो घोष एक कवि और राष्ट्रवादी भारतीय थे। उन्होंने आध्यात्मिक विकास के माध्यम से सार्वभौमिक मोक्ष का दर्शन भारतीय समाज को दिया।

  • अरविंदो घोष ने संस्कृति, राष्ट्रवाद, राजनीति, समाजवाद और साहित्य विशेषकर काव्य के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया।

  • उनकी मुख्य साहित्य कृतियां हैं– एस्सेज़ ऑन गीता, द लाइफ डिवाइन।

  • 15 अगस्त 1947 को महान क्रांतिकारी सरदार अजीत सिंह का निधन हुआ।

  • अजीत सिंह शहीद भगत सिंह के चाचा थे।

  • भगत सिंह के क्रांतिकारी जीवन पर उनके चाचा सरदार अजीत सिंह का गहरा प्रभाव था।

  • 1907 में किसान कानूनों के खिलाफ चलाया गया "पगड़ी संभाल जट्टा" आंदोलन सरदार अजीत सिंह के नेतृत्व में हुआ था।

  • इस आंदोलन की वजह से अंग्रेज सरकार ने सरदार अजीत सिंह और लाला लाजपत राय को 6 महीने के लिए बर्मा की मांडले जेल में डाल दिया था।

  • अजीत सिंह ने दुनिया भर में घूम कर क्रांतिकारियों को संगठित किया था।

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