4 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 4 सितंबर | दादाभाई नौरोजी | 4 September History | Dadabhai Noroji

 

  • 4 सितंबर 1825 को दादाभाई नौरोजी का जन्म महाराष्ट्र के मुंबई (तत्कालीन बम्बई) में हुआ था।

  • 1892 में दादाभाई नौरोजी ब्रिटेन की संसद में चुने जाने वाले पहले अश्वेत और साथ ही पहले भारतीय व्यक्ति बने।

  • दादाभाई नौरोजी ब्रिटेन के “हाउस ऑफ कॉमन्स” में पहुँचने वाले एशिया के पहले व्यक्ति थे।

  • वे 1892-1895 तक हाउस ऑफ कॉमन्स के सदस्य रहे।

  • दादाभाई नौरोजी को “भारतीय राजनीति का पितामह” कहा जाता है।

  • दादाभाई नौरोजी जातिवाद और साम्राज्यवाद के विरोधी के तौर पर जाने जाते थे।

  • उन्होंने लड़कियों के लिए स्कूल भी खोला था जिसके कारण उन्हें रूढ़िवादी पुरुषों के विरोध का सामना करना पड़ा।

  • बाद में धीरे-धीरे नौरोजी ने भारत में महिला शिक्षा को लेकर लोगों की राय बदली।

  • दादाभाई नौरोजी की लिखी एक प्रमुख पुस्तक है– Poverty and Un-British Rule in India।

3 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 3 सितंबर | पेरिस की संधि | 3 September History | Paris Treaty

 

  • 3 सितंबर 1783 को पेरिस की संधि हुई।

  • अमेरिकी उपनिवेशों और ग्रेट ब्रिटेन के बीच हुई इस संधि ने अमेरिकी क्रांति को समाप्त कर दिया।

  • ग्रेट ब्रिटेन के किंग जॉर्ज तृतीय के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिनिधियों के साथ पेरिस में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

  • पेरिस में होने की वजह से इसे “पेरिस की संधि” नाम दिया गया।

  • इस संधि के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता मिली।

  • 1775-1783 तक स्वतंत्रता के लिए अमेरिकी युद्ध वास्तव में एक विश्व संघर्ष था जिसमें न केवल संयुक्त राज्य अमेरिका और ग्रेट ब्रिटेन बल्कि फ्रांस, स्पेन और नीदरलैंड भी शामिल थे।

  • अमेरिका की ओर से पेरिस की संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए 3 लोगों को भेजा गया था– बेंजामिन फ्रैंकलिन, जॉन जे और जॉन एडम्स।

2 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 2 सितंबर | द्वितीय विश्वयुद्ध कब समाप्त हुआ | द्वितीय विश्वयुद्ध कैसे शुरू हुआ | 2 September History

 

  • 2 सितंबर 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ।

  • 1914 से 1918 तक चले प्रथम विश्व युद्ध के बाद द्वितीय विश्व युद्ध मानव इतिहास का सबसे घातक युद्ध साबित हुआ।

  • द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत जर्मनी की महत्वाकांक्षी अंतरराष्ट्रीय विस्तारवाद नीति के कारण हुई। जर्मनी ने विश्व शक्ति के रूप में उभरने के प्रयास किये।

  • सबसे पहले जर्मनी ने पोलैंड पर हमला किया। इस हमले के साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हो गई।

  • इसके बाद फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा कर दी। इस घोषणा के बाद इंग्लैंड और अन्य राष्ट्रमंडल देश इस युद्ध में शामिल हो गए।

  • द्वितीय विश्व युद्ध में पूरा विश्व दो भागों में बँटा हुआ था– मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र।

  • मित्र राष्ट्र उन देशों का गुट था जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ का साथ दिया।

  • धुरी राष्ट्र वाले समूह में अन्य देशों के साथ मुख्य रूप से जर्मनी, जापान और इटली शामिल थे।

  • जापान के आत्मसमर्पण के साथ ही 6 वर्ष 1 दिन में द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ।

  • इस दिन को जापान पर विजय दिवस के रूप में मनाया गया।

1 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 1 सितंबर | LIC की स्थापना कब हुई | टाइटैनिक के बारे में | 1 September History

 

  • 1 सितंबर 1956 को भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation of India) की स्थापना हुई।

  • भारतीय संविधान द्वारा जून 1956 में “लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन एक्ट” पास किया गया।

  • LIC का गठन 5 करोड़ रुपये के पूंजी योगदान के साथ हुआ।

  • इसका उद्देश्य जीवन बीमा को बड़े पैमाने पर फैलाना है ताकि देश के प्रत्येक नागरिक को पर्याप्त आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा सके।

  • अगर जीवन बीमा के इतिहास की बात करें तो भारत की पहली जीवन बीमा कंपनी “ओरिएंटल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी” थी जिसने वर्ष 1818 में काम करना शुरू किया था।

  • 1 सितंबर 1985 को विश्वप्रसिद्ध जहाज टाइटैनिक को खोजा गया।

  • टाइटैनिक की खोज फ्रांसीसी समुद्र विज्ञानी एवं इंजीनियर जीन लुई मिशेल और अमेरिकी समुद्री भू-विज्ञानी रॉबर्ट बेलार्ड ने की थी।

  • अप्रैल 1912 में टाइटैनिक ने अपनी पहली यात्रा शुरू की। यह यात्रा इंग्लैंड के साउथम्पटन बन्दरगाह से अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर तक थी।

  • उस समय टाइटैनिक दुनिया का सबसे भव्य और सबसे बड़ा भाप से चलने वाला यात्री जहाज था।

  • 4 दिन की यात्रा के बाद टाइटैनिक रात के अंधेरे में समुद्र में तैरते एक विशाल हिमखंड से टकरा गया और कुछ ही घंटों में समुद्र में डूब गया था।

  • टाइटैनिक पर लगभग 2200 यात्री सवार थे। इस दुर्घटना में 1500 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई और 500 से अधिक लोगों को बचाया जा सका।

  • टाइटैनिक को उस समय के सबसे अनुभवी इंजीनियरों ने डिज़ाइन किया था और इसके निर्माण में उस समय की सबसे उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया गया था।

31 अगस्त का इतिहास | आज का इतिहास: 31 अगस्त | त्रिनिदाद और टोबैगो के बारे में जानकारी | किर्गिस्तान कब स्वतंत्र हुआ | 31 August History

 

  • 31 अगस्त 1962 को त्रिनिदाद और टोबैगो ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हुआ।

  • त्रिनिदाद और टोबैगो कैरेबियाई सागर में स्थित द्वीपों से बना एक देश है। इसकी राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन है।

  • यह देश 2 मुख्य द्वीपों त्रिनिदाद और टोबैगो से मिलकर बना है।

  • ब्रिटेन से पहले यह स्पैनिश साम्राज्य के अधीन था।

  • त्रिनिदाद और टोबैगो साल 1976 में एक गणराज्य बना।

  • वर्ष 1802 में स्पेन ने “एमिएन्ज़ की संधि” के तहत इसे ब्रिटेन को सौंप दिया।

  • 31 अगस्त 1991 को किर्गिस्तान सोवियत संघ से स्वतंत्र हुआ।

  • किर्गिस्तान ने “रिपब्लिक ऑफ द स्टेट इंडिपेंडेंस ऑफ किर्गिस्तान” कानून बनाया जिसके बाद किर्गिज़ गणराज्य एक स्वतंत्र राज्य के रूप में घोषित हुआ।

  • किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक है।

  • किर्गिस्तान मध्य एशिया में स्थित एक देश है। इसके उत्तर में कज़ाकिस्तान, पश्चिम में उज़्बेकिस्तान, दक्षिण-पश्चिम में ताजिकिस्तान और पूर्व में चीन स्थित हैं।

9 सितंबर का इतिहास | आज का इतिहास: 9 सितंबर | कैप्टन विक्रम बत्रा | 9 September History in Hindi | Captain Vikram Batra Kaun The

  9 सितंबर 1974 को कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले में हुआ था। कैप्टन विक्रम बत्रा ने कारगिल युद्ध में अद्भुत शौर्...